Haryana 17 Oct 2025 – Haryana में अब चयन आयोग एक बड़ा सुधार करने जा रहा है आपको बता दें की हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने तृतीय श्रेणी (Group C) पदों की सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) के आवेदन फॉर्म में त्रुटियाँ सुधारने के लिए करेक्शन पोर्टल को Open किया है और इस सुधार विंडो में उम्मीदवार 17 अक्टूबर से 24 अक्टूबर रात 11:59 बजे तक अपने दस्तावेजों व आवेदन विवरणों में सुधार कर सकते हैं।
जानिए सुधार Portral का सुधार और विवरण
आपको बता दें की इस Job के प्रक्रिया में 13 लाख 48 हजार 893 उम्मीदवारों ने पंजीकरण करवाया था और लगभग मिले जानकारी के अनुसार 12 लाख 46 हजार 497 ने CET परीक्षा में अपनी भागीदारी दी थी। इसी पर HSSC चेयरमैन हिम्मत सिंह ने कहा है कि सुधार की अवधि समाप्ति के बाद और कोई समय नहीं दिया जाएगा। आपको यहाँ ध्यान देने की ज़रूरत है की इस सुधार प्रक्रिया में उम्मीदवारों को अपने शैक्षिक प्रमाणपत्र, पहचान पत्र, जाति प्रमाणपत्र, EWS / ESM / दिव्यांग (यदि लागू हो) प्रमाणपत्र आदि तैयार रखने होंगे। अगर हम पिछले बातों पर गौर करने तो पहले अधिकारियों ने CET परीक्षा को “systematically” आयोजित किया गया बताया है।
जानिए क्यों ज़रूरी है सुधार पोर्टल
भूल सुधार का अवसर
कई उम्मीदवारों ने आवेदन करते समय गलतियाँ कीं — जैसे श्रेणी (category), नाम में स्पेलिंग, प्रमाणपत्र अपलोड करना आदि। इस सुधार पोर्टल के ज़रिए उन्हें अंतिम मौका दिया गया है।दस्तावेज सत्यापन में परेशानी से बचाव
यदि आवेदन में कोई त्रुटि बची रही होती, तो अंततः दस्तावेज़ सत्यापन में आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है। सुधार करने से ऐसी स्थिति से बचा जा सकता है।जॉब अवसर बनाए रखना
CET यह सुनिश्चित करता है कि उम्मीदवारों को सरकारी जॉब्स का अवसर मिले। त्रुटियों का निराकरण सुनिश्चित करेगा कि योग्य उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में पीछे न छूटें।
आगामी प्रक्रिया एवं संभावित परिणाम
आपको बता दें की सुधार अवधि समाप्त होने के बाद, HSSC जल्दी परिणाम घोषित करने की तैयारी में लगा हुआ है यह बेहद अच्छी बात है की विभाग काम कर रहा है। वही इसके पिछले घटना के पृष्ठ भूमि पर नज़र डालें तो स्पष्ट होता है की, समयपूर्व प्रक्रिया को हाई कोर्ट में नार्मलाइजेशन (Normalization) को लेकर चुनौती दी गई थी, जिसे न्यायालय की डबल बेंच ने वैध माना है। यदि किसी उम्मीदवार द्वारा सुधार न किया जाए, तो उनका आवेदन उन जानकारी के अनुसार ही प्रोसेस होगा — यानि त्रुटियाँ बनी रह सकती हैं।
