नई दिल्ली, 24 अक्टूबर 2025: अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने पाकिस्तान के लिए एक नई चुनौती पेश करते हुए कुनार नदी पर बांध बनाने का ऐलान किया है। इस कदम से पाकिस्तान की जल आपूर्ति पर गंभीर असर पड़ने की संभावना है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है।
तालिबान का ऐलान
तालिबान के कार्यवाहक जल मंत्री मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसूर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि अफगानिस्तान को अपने जल संसाधनों के प्रबंधन का पूरा अधिकार है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बांध के निर्माण का नेतृत्व विदेशी कंपनियों के बजाय अफगान घरेलू कंपनियाँ करेंगी। यह आदेश तालिबान के सर्वोच्च नेता मौलवी हिबतुल्लाह अखुंदजादा द्वारा दिया गया है ।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इस कदम पर चिंता जताई है और तालिबान से बातचीत करने की कोशिश कर रहा है। बलूचिस्तान के मंत्री जान अचकजई ने चेतावनी दी है कि अगर यह बांध बनता है, तो इसे संघर्ष की शुरुआत माना जाएगा
यह कदम भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद उठाया गया है, जिससे पाकिस्तान की जल आपूर्ति पर असर पड़ा है। तालिबान का यह निर्णय पाकिस्तान के लिए एक और जल संकट उत्पन्न कर सकता है
