New Delhi – देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाता सूची की सफाई और अद्यतन के लिए चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई विशेष प्रक्रिया Special Intensive Revision (SIR) के दूसरे चरण का आरंभ हो गया है। इस चरण के अंतर्गत बूथ-स्तर अधिकारी (BLOs) प्रत्येक घर में जाकर अंकगणना प्रपत्र वितरित करेंगे तथा मतदाता विवरणों को सत्यापित एवं अद्यतन करने में सहायता करेंगे।
प्रक्रिया कैसे काम करेगी
- स्थापना के अनुसार, BLOs घर-घर जा कर आंशिक रूप से भरे गए “अनुमोदन रूप (
Enumeration Forms)” दो प्रति के रूप में वितरण करेंगे, जिनमें उपस्थित मतदाता-नाम, EPIC संख्या, विधानसभा भाग संख्या सहित अन्य विवरण दिए होंगे। - यदि किसी घर का दरवाजा बंद मिला, तो BLO कम-से-कम तीन बार प्रयास करेगा। एनए कर्मचारी घर पर मौजूद मतदाता को पूरा विवरण भरने में मदद करेगा।
- यह घर-द्वार अभियान आमतौर पर 4 नवम्बर 2025 से 4 दिसम्बर 2025 तक चलेगा। उसके बाद प्रारूपित ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित होगी और उसके बाद दावे-आपत्तियाँ स्वीकार की जाएँगी।
उद्देश्य एवं महत्व
इस SIR प्रक्रिया का उद्देश्य देश-भर में सटीक एवं त्रुटिमुक्त मतदाता सूची सुनिश्चित करना है। पुराने, स्थाई मतदाताओं को सुनिश्चित रूप से शामिल करना, डुप्लीकेट या असमर्थ प्रविष्टियों को हटाना, तथा नए 18 वर्ष के युवा मतदाताओं को सूची में शामिल करना प्रमुख लक्ष्य हैं।
इसके साथ-ही-साथ यह पहल लोकतंत्र-प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बढ़ाने हेतु है — ऐसा निष्कर्ष आयोग ने निकाला है कि “शुद्ध मतदाता सूची ही लोकतंत्र की नींव है।”
चुनौतियाँ एवं मतदाता सूचना
हालाँकि इस अभियान का शुभ संकल्प है, पर कुछ चुनौतियाँ हैं:
- हर घर तक पहुंचना व प्रपत्र भरवाना समय-संसाधन की दृष्टि से कठिन है।
- कुछ मतदाता या परिवार पहले से नामांकन या विवरण में त्रुटि के कारण घबराए हो सकते हैं।
- राजनीतिक पार्टियों ने इस प्रक्रिया पर विविध प्रतिक्रिया दी है, कुछ ने इसे समय-पूर्व और कुछ ने इसे दस्तावेज-उन्मुख कहा है।
इसलिए आयोग ने मतदाताओं को निर्देश दिए हैं कि वे घर आए BLO से सहयोग करें, अपना विवरण जाँचें, फार्म भरें और समय-सीमा के भीतर जमा कर दें।
देश में प्रत्येक योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में होना, और प्रत्यक्ष कि उसे सही स्थिति में होना लोकतंत्र के लिए आधारभूत है। इस दृष्टि से SIR प्रक्रिया समय-पर शुरुआत करना महत्वपूर्ण रहा है। यदि प्रत्येक नागरिक इस प्रक्रिया में सक्रिय भाग ले, तो यह न केवल सूची की शुद्धि करेगा बल्कि मतदान प्रणाली को भी और अधिक पारदर्शी व लोकतांत्रिक बनाएगा।
