उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “I Love Mohammad” विवाद को लेकर बढ़ती अशांति पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने उपद्रवियों को स्पष्ट संदेश दिया कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और अराजकता फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
घटना के पीछे की पृष्ठभूमि
कई जिलों — जैसे कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, बरेली और मऊ — में “I Love Mohammad” विवाद को लेकर प्रदर्शन और नारेबाजी हुई। इनमें से कुछ जगहों पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। योगी ने इसे सुनियोजित साज़िश करार दिया और पुलिस को तुरंत नियोजन तथा कार्रवाई के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री का रुख और निर्देश
- उन्होंने यह कहा कि “एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए” और ऐसे लोगों को सख्ती से दंडित किया जाए।
- उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजकों और मास्टरमाइंड की पहचान की जाए और उनकी संपत्तियों की भी जांच हो।
- दशहरा पर्व का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह समय कार्रवाई का है — किसी देरी की गुंजाइश नहीं।
अन्य सुरक्षा व कानून संबंधी निर्देश
- महिला सुरक्षा, अफवाहों पर लगाम लगाने, और इंटरनेट मीडिया मानीटरिंग पर विशेष जोर दिया गया। थाने से लेकर पीआरवी इकाइयों तक जवाबदेही तय करने, वीडियो फुटेज जांचने, और आरोपी चेन-लूट, छेड़खानी व एसिड अटैक के मामलों पर कड़ी नाराजगी जताई गई। पर्वों के दौरान अशांति फैलने की संभावनाओं को देखते हुए विशेष चौकसी रखने का आदेश भी दिया गया।
योगी सरकार ने इस विवाद को कानून की अवज्ञा और सामाजिक सद्भाव पर हमला माना है। मुख्यमंत्री का यह कड़ा रुख यह संकेत देता है कि राज्य सरकार ऐसे हर कदम को गंभीरता से ले रही है। आगे की घटनाओं और पुलिस कार्रवाई की रिपोर्ट से स्पष्ट होगा कि इस चेतावनी का असर क्या होगा।
