हाल ही में भारत और चीन की हालत सुधरते ही दिखे थे लेकिन हाल ही भारत और चीन के रिश्ते में बड़ा मोड़ सामने आया है आपको बता दें की भारत ने चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाए जाने के फैसले पर चिंता ज़ाहिर की है इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में बताते हुए शुक्रवार को जानकारी दी है कि नई दिल्ली ने तिब्बत में यारलुंग जांगबो नदी पर पनबिजली बांध बनाने की चीन की योजना के बारे में बीजिंग को अपनी चिंताएं बताई हैं।
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आपको बता दें की इसमें गौर करने वाली बात यह है कि यह नदी भारत में भी बहती है वहीं इसपर चीन के अधिकारियों का कहना है कि तिब्बत में पनबिजली परियोजनाओं से पर्यावरण या नीचे की ओर पानी की आपूर्ति पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन भारत और बांग्लादेश ने बांध को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं। बता दें कि यारलुंग जांगबो तिब्बत से निकलकर भारत के अरुणाचल प्रदेश और असम राज्यों में बहती हुई ब्रह्मपुत्र नदी बन जाती है और अंत में बांग्लादेश में मिल जाती है।

काउंटी का विरोध
इसके अलावा भारत ने चीन की ओर से हॉटन प्रान्त में दो नए काउंटी बनाने की घोषणा पर भी विरोध दर्ज कराया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इनमें से कुछ हिस्से लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में आते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने इस क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र पर अवैध चीनी कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया।