यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर लागू किए गए टैरिफ का खुलकर समर्थन किया है। जेलेंस्की ने इस निर्णय को “बिलकुल सही” बताया और यूरोप के उन देशों की आलोचना की जो अभी भी रूस से ऊर्जा खरीदते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि रूस के साथ व्यापार पूरी तरह मिटा देना ही भविष्य की दिशा होनी चाहिए।
क्या कहा जेलेंस्की ने?
जेलेंस्की ने कहा कि यह एक साहसिक कदम है जिससे रूस पर आर्थिक दबाव बनाया जा सकता है। उनका मानना है कि ऐसे टैरिफ असरदार हैं क्योंकि यह युद्ध का संसाधन जुटाने वाली अर्थव्यवस्थाओं पर चोट करता है और उन्हें कमजोर बनाता है।
ट्रम्प का क्या था संदेश?
डोनाल्ड ट्रम्प यूरोपीय नेताओं को बार-बार आग्रह कर चुके हैं कि वे रूस से तेल और गैस की खरीद बंद कर दें, क्योंकि यह सीधे तौर पर युद्ध फंडिंग का जरिया बन रहा है। जेलेंस्की ने इस पहल में उनकी भावनात्मक और रणनीतिक साझेदारी जताई है।
ENERGY पर असर और यूरोपीय जवाब
-
यूरोपीय संघ के कुछ देश जैसे हंगरी और स्लोवाकिया अभी भी रूस से ऊर्जा आयात कर रहे हैं — जिससे अंतरराष्ट्रीय आलोचना बढ़ रही है।जेलेंस्की ने स्पष्ट कहा कि रूस से ऊर्जा लेना जारी रहे तो इससे युद्ध निरंतर चलेगा और उसे रोकना कठिन होगा।
ब्यूरो: वैज्ञानिक और रणनीतिक मायने
जेलेंस्की की टिप्पणी केवल भावनात्मक नहीं है — यह युद्ध के आर्थिक पक्ष को कमजोर बनाने की रणनीति भी है। जैसे-जैसे युद्ध लंबा चलता है, रूस को वित्तीय रूप से धक्का मिलना कतिपय रणनीतिक जीत की दिशा में एक कदम हो सकता है।