नई दिल्ली 11 Nov (babajinews)- दिल्ली के लाल किला इलाके (मेट्रो स्टेशन-गेट 1, सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल) पर एक कार विस्फोट हुआ, जिसमें कम-से-कम 9 लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए।विस्फोट करने वाली कार एक हुंडई i20 (हरियाणा नंबर प्लेट HR26 CE 7674) थी।
दिल्ली के लाल क़िले के पास कल हुए धमाके के बाद पूरे देश में अलर्ट है कई जगह पर पुलिस छापेमारी कर रही है कई लोग डरे हुए हैं लेकिन इसी के बीच सुरक्षा एजेन्सी अपना काम कर रही है
गिरफ्तारियाँ & संदिग्ध
गुजरात के एडलाज कस्बे से डॉक्टर अहमद मोहियुद्दीन सैयद को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से तीन पिस्तौल, गोला-बारूद, और “राइसिन” बनाने के लिए अरंडी का तेल बरामद हुआ है।जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में फरीदाबाद में दो आवासीय इमारतों पर छापेमारी हुई, वहाँ से लगभग 3 000 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ, असॉल्ट राइफल तथा गोला-बारूद बरामद हुआ।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक और डॉक्टर आदिल अहमद राठेर को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई थी। साथ ही एक तीसरे डॉक्टर शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी पर आरोप है कि वे संभवतः इस विस्फोट तथा आतंकवादी साजिश से जुड़े हो सकते हैं।
जांच और संभावित आतंकी साजिश
- घटना के बाद दिल्ली पुलिस और बाँकी अन्य सुरक्षा एजेन्सी इसका गहन जाँच कर रही है
- गिरफ्तारी और विस्फोट के संबंध की संभावना की जाँच चल रही है, कि क्या ये आरोपी सीधे लाल किला विस्फोट से जुड़े थे या नहीं।
- आर्गनाइज़ेशन जैश‑ए‑मोहम्मद का नाम भी संदिग्ध रूप से सामने आया है, क्योंकि पोस्टर लगाने के आरोप में एक आरोपी गिरफ्तार हुआ है।
यह घटना न सिर्फ एक आतंकी हमला होने की संभावना को इंगित करती है बल्कि इसके पीछे एक व्यापक जाल मौजूद लग रहा है जिसमें विभिन्न राज्यों (गुजरात, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा) के आरोपी एवं उपकरण शामिल हैं। इस तरह की साजिश से यह पता चलता है कि आतंकवादी गतिविधियाँ केंद्रित नहीं बल्कि फैली हुई हैं, और व्यापक नेटवर्क द्वारा संचालित हो सकती हैं।
इस प्रकार के हमले से सुरक्षा-प्रबंधन, खुफिया तंत्र, राज्य-केन्द्र समन्वय, तथा स्थानीय पुलिस-बल की तत्परता पर प्रश्न उठते हैं। साथ ही, आम नागरिकों में भय-भावना फैल सकती है, इसलिए सूचना-सावधानी, संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टिंग तथा सार्वजनिक स्थानों पर सजगता अत्यंत आवश्यक है।
