नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खतरनाक स्तर पर पहुँच चुकी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार 450 के पार बना हुआ है, जिसके चलते सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-3) लागू कर दिया है। इस चरण के तहत कई कड़े प्रतिबंधों के साथ-साथ स्कूलों को भी विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
5वीं तक के स्कूलों में हाइब्रिड मोड लागू
दिल्ली सरकार ने निर्देश दिया है कि कक्षा 5वीं तक के सभी स्कूल अब हाइब्रिड मोड में चलेंगे। यानी बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी। स्कूल प्रबंधन को कहा गया है कि जिन छात्रों के माता-पिता उन्हें घर से पढ़ाना चाहते हैं, उन्हें ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था दी जाए ताकि बच्चों को प्रदूषण से बचाया जा सके।
GRAP-3 लागू होने का मतलब क्या है?
GRAP-3 (Graded Response Action Plan) उस स्थिति में लागू किया जाता है जब दिल्ली-एनसीआर का औसत AQI 401-450 के बीच यानी “गंभीर” श्रेणी में पहुँच जाता है। इस स्तर पर निर्माण कार्यों, ट्रकों के प्रवेश और डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर सख्ती की जाती है। साथ ही स्कूलों में स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय बढ़ाए जाते हैं।
🌫️ राजधानी में सांस लेना हुआ मुश्किल
दिल्ली में सुबह के समय घना स्मॉग छाया रहता है। आंखों में जलन और गले में खराश जैसी शिकायतें तेजी से बढ़ रही हैं। डॉक्टरों ने बच्चों और बुजुर्गों को बाहर की गतिविधियाँ सीमित रखने की सलाह दी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आनंद विहार, द्वारका, रोहिणी और गुरुग्राम में AQI 450 से ऊपर दर्ज किया गया।
🚫 क्या स्कूल पूरी तरह से बंद होंगे?
अभी तक दिल्ली सरकार ने स्कूलों को पूरी तरह बंद करने का फैसला नहीं लिया है। हालांकि, अगर प्रदूषण स्तर आने वाले दिनों में और बढ़ता है, तो GRAP-4 लागू होने की स्थिति में सभी स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया जा सकता है। शिक्षा विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए है।
📢 सरकार और पर्यावरण एजेंसियों की अपील
दिल्ली सरकार ने लोगों से निजी वाहन कम उपयोग करने, सार्वजनिक परिवहन का अधिक इस्तेमाल करने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की अपील की है। साथ ही, स्कूलों को बच्चों को मास्क पहनने और पानी अधिक पीने की सलाह देने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण अब सिर्फ पर्यावरणीय नहीं बल्कि सामाजिक और स्वास्थ्य संकट बन चुका है। सरकार की ओर से GRAP-3 लागू करने के साथ-साथ स्कूलों के लिए लचीला विकल्प दिया गया है, ताकि शिक्षा भी प्रभावित न हो और बच्चों की सेहत भी सुरक्षित रहे।

