कोलंबो / नई दिल्ली — 2025 के चक्रवात Cyclone Ditwah के कारण श्रीलंका में आई तबाही के बाद, भारत ने तुरंत राहत व बचाव अभियान शुरू किया — और उसका नाम रखा गया Operation Sagar Bandhu। इस अभियान के तहत, भारतीय सेना का फील्ड हॉस्पिटल श्रीलंका में सक्रिय है, जिसने अब तक 1,250 से अधिक प्रभावित लोगों को प्राथमिक उपचार, आपातकालीन सर्जरी और अन्य चिकित्सा सेवाएं दी हैं।
राहत, बचाव और मेडिकल सहायता — तीनों पहलू में भारत का सपना
- फील्ड हॉस्पिटल: भारतीय सेना द्वारा भेजे गए मोबाइल/फील्ड हॉस्पिटल में एमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर, एम्बुलेंस, ट्रॉमा यूनिट्स सहित पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
- अब तक: 1,250+ लोगों का इलाज, जिनमें सामान्य चोट, जल विभव (dehydration), सर्जिकल ज़रूरत वाले मरीज, और गंभीर स्थिति वाले लोग शामिल हैं।
- आपात सर्जरी: पांच बड़ी आपातकालीन सर्जरी सफलतापूर्वक की गईं, जिससे कई जिंदगियाँ बच सकीं।
राहत के साथ – बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी बहाल करना भी ज़रूरी
मेडिकल सहायता के अलावा, राहत कार्य में बुनियादी ढांचा सुधार व मूलभूत कनेक्टिविटी रिस्टोर करना भी शामिल है।
- तीन Bailey Bridge पुल की तैनाती तय हुई है, ताकि टूटे हुए पुल-सड़क मार्गों को जल्दी से बहाल किया जा सके। इससे प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाना, मेडिकल और रसद सपोर्ट पहुंचाना आसान होगा।
- इसके साथ ही, भारत द्वारा भेजी गई राहत सामग्री, पानी शुद्धिकरण किट, स्वच्छता किट, तम्बू व अन्य आवश्यकता की चीज़ें प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं।
भारत काNeighbourhood-First एप्रोच — इंसानियत से रिश्तों तक
भारत ने Operation Sagar Bandhu के तहत न सिर्फ़ आपदा राहत दी बल्कि यह संदेश भी दिया कि संकट के समय में पड़ोसी देश के दर्द को अपना समझना हमारा फर्ज़ है।
चाहे वो मेडिकल मदद हो, पुल-सड़क बहाली हो, भोजन और पानी की किट हो या मात्र एक सुरक्षित आश्रय — भारत की कोशिश रही है कि हर जरूरत पूरी हो।
फिर से उम्मीद जगाना — राहत से पुनर्निर्माण तक
Operation Sagar Bandhu ने दिखाया कि आपदा के बाद मानवता व सहायता की गति तभी सच्ची होती है जब तत्काल राहत के साथ दीर्घकालीन पुनर्वास व मूलभूत संरचनाओं की बहाली पर ध्यान दिया जाए।
1,250+ इलाज, पुल बहाली, राहत सामग्री, मेडिकल-सर्जिकल सपोर्ट — ये कदम न सिर्फ़ आज के लिए, बल्कि वहाँ रहने वालों के भविष्य के लिए सहारा हैं।
भारत की यह पहल — केवल एक राहत अभियान नहीं, बल्कि सहानुभूति, सीमा पार दोस्ती और मानवता का प्रतीक है।

