नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने छात्रों और युवाओं के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया। विरोध प्रदर्शनों में पुलिस द्वारा आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाने से 19 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रमुख बिंदु:
- अंतर्राष्ट्रीय दबाव: भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने शांतिपूर्ण छात्र आंदोलन का समर्थन करते हुए ओली सरकार पर दबाव डाला।
- भारत-विरोधी और चीन-समर्थक छवि: ओली को भारत-विरोधी और चीन-समर्थक माना जाता था। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में चीन के साथ एक ट्रांजिट और परिवहन समझौता किया, जिससे नेपाल का विदेशी व्यापार भारत पर कम निर्भर हो गया।
- नए नक्शे पर विवाद: मई 2020 में, ओली ने एक नया राजनीतिक नक्शा जारी किया जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया। भारत ने इसे एकतरफा कदम बताते हुए खारिज कर दिया।
- भारत के खिलाफ बयानबाजी: ओली ने अपने कार्यकाल के दौरान कई बार भारत के खिलाफ बयान दिए।