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Man ki Baat : PM मोदी ने देश को दिया नया मंत्र

Mann-Ki-Baat

New Delhi – आज 30 नवंबर 2025 को, अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम Mann Ki Baat के 128वें एपिसोड में, प्रधानमंत्री मोदी ने “वोकल फॉर लोकल” के महत्व पर जोर देते हुए राष्ट्र से एक पुनरावेदन किया।

 भारत की उपलब्धियाँ और स्थानीय उत्पादों की पहचान

पीएम मोदी ने इस दौरान हाल ही में देश में आए महत्वपूर्ण विकास — जैसे खाद्य उत्पादन में रिकॉर्ड, शहद उत्पादन, और सामाजिक-सांस्कृतिक पहलों का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि भारत में शहद उत्पादन में जबरदस्त उछाल आया है, जिससे किसानों की आमदनी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।

वोकल फॉर लोकल — सिर्फ एक नारा नहीं, आत्मनिर्भर भारत की नीति

मोदी ने जनता, विशेषकर युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने त्योहार, रोजमर्रा की खरीद-फरोख्त और जीवनशैली में “मेड इन इंडिया” को प्राथमिकता दें। उनका कहना था कि “वोकल फॉर लोकल” सिर्फ आर्थिक कदम नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान और स्वाभिमान का भी हिस्सा है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई देशार्थियों को विदेशों की बजाय भारत के कारीगरों, किसानों और उद्योगों को अपना समर्थन देना चाहिए — ताकि रोजगार, आत्मनिर्भरता और विकास की नींव मजबूत हो सके।

क्यों है यह समय “लोकल” का?

आज जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएँ अस्थिर हैं — दबाव, व्यापार विवाद, कमी आदि की चुनौतियाँ हैं — ऐसे में लोकल उत्पाद, स्वदेशी कारीगरी, कृषि व ग्रामीण रोजगार को मजबूत करना एक महत्वपूर्ण रणनीति बन जाती है।
“वोकल फॉर लोकल” केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं बल्कि सामाजिक-सांस्कृतिक आत्म-सम्मान का भी प्रतीक है।

मोदी का आह्वान — हमारा योगदान, हमारी पहचान

प्रधानमंत्री ने कहा कि हर नागरिक चाहे छोटा किसान हो, कारीगर हो, दुकानदार हो या युवा — उसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। जब हम स्थानीय उत्पाद का समर्थन करेंगे, तो न सिर्फ हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी बल्कि हमारी संस्कृति, हमारी आत्मा की रक्षा भी होगी।

वास्तव में, “वोकल फॉर लोकल” केवल एक नारा नहीं — वह एक आंदोलन बन चुका है, जहाँ हर नागरिक-खरीदार अपनी सोच बदलकर “स्वदेशी अपनाना” चुन रहा है।

 

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