पटना: जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के प्रमुख प्रवक्ता नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव पर आरोप लगाए हैं कि वे परिवार की अंदरूनी कलह की अनदेखी कर रहे हैं। यह बयान उन्होंने रोहिणी आचार्य के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दिया, जिसमें उन्होंने राजनीति और अपने पारिवारिक रिश्तों को खत्म करने का फैसला किया था।
नीरज ने कहा कि रोहिणी आचार्य ने अपने पिता को किडनी दान दी थी — एक ऐसी कुर्बानी जो बहुत कम लोग दे पाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब वही बेटी “कराह” रही है, यह दर्शाता है कि पारिवारिक तनाव बहुत गहरा है।
उन्होंने लालू परिवार के वरिष्ठ सदस्यों पर आरोप लगाया है कि वे इस गंभीर स्थिति के बावजूद चुप्पी साधे हुए हैं:
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नीरज का कहना है कि लालू को अपने परिवार की जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए और समय रहते समाधान निकालना चाहिए, वरना परिवार “बिखर जाएगा”।
- उन्होंने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को “धृतराष्ट्र” (महाभारत की मिथकीय भूमिका) का संदर्भ देते हुए निशाने पर लिया और कहा कि वे सब कुछ जानते हुए भी खामोश रहते हैं।
नीरज ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि इस कलह को संभाला नहीं गया तो यह राजनीतिक सवालों से आगे बढ़कर पारिवारिक टूट-फूट में तब्दील हो सकता है।
मायने:
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यह बयान जदयू की सियासी रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है, जिसमें वह RJD पर अंदरूनी विवादों और वंशवाद की राजनीति को उजागर करना चाहती है।
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लालू परिवार की सार्वजनिक कलह पिछले कुछ समय से बढ़ रही है: रोहिणी के ट्वीट, सामाजिक दूरी, और सार्वजनिक आरोप-प्रत्यारोप ने RJD की छवि को अस्थिर कर दिया है।
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जदयू इस मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठा सकती है, खासकर राज्य में चुनावी माहौल को देखते हुए, यह दिखाकर कि RJD “परिवार पार्टी” है जो अंदर से टूट रही है।

