New Delhi- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ऐलान किया है कि इस वर्ष छठ पूजा (छठ पूजा 2024 दिल्ली) यमुना नदी के दोनों किनारों पर आयोजित की जाएगी। सरकार व्रती श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम करेगी ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो।
यमुना के प्रवेश स्थल पल्ला से लेकर ओखला तक (दोनों किनारों पर) छठ पूजा के आयोजन की योजना है, और सरकार इस दौरान पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराएगी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सफाई, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करें।
-
यह दिल्ली में पहली बार होगा कि छठ पूजा यमुना नदी के दोनों किनारों पर साथ-साथ होगी।
-
नदी में विसर्जन की अनुमति नहीं होगी; पूजा करना संभव होगा, लेकिन विसर्जन नहीं।
-
पल्ला से ओखला तक किनारों पर विशेष इंतजाम होंगे — जैसे कि समतल किनारे, प्रकाश व्यवस्था आदि।
-
प्रमुख स्थानों जैसे वजीराबाद, आईटीओ और ओखला आदि में भी व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
-
सफाई, धूल-रोकथाम (पानी छिड़कना), सुरक्षा, ट्रैफिक नियंत्रण और चिकित्सा सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँगी।
-
सिंचाई विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे नदी से जलकुंभी (गांठघास) निकालें।
-
दिल्ली में, यमुना किनारों के अलावा मुनक नहर, मुंगेशपुर ड्रेन आदि ऐसे और कई स्थान हैं जहाँ छठ पूजा होती है — उन सभी स्थानों पर भी सरकार देखरेख करेगी।
-
दिल्ली में कुल मिलाकर 929 स्थलों पर पूजा-अर्चना होती है, और यदि किसी संस्था को NOC (अनुमति) लेना हो, तो उसे आसानी से दिया जाएगा।
-
यदि अतिरिक्त पानी की आवश्यकता पड़ी, तो हरियाणा सरकार से आवेदन किया जाएगा।
-
मुख्यमंत्री ने इस पर्व को “आस्था, प्रकृति और भावनाओं” से जोड़ते हुए कहा कि इसे स्वच्छ, सुरक्षित और सुन्दर तरीके से मनाना सरकार की प्राथमिकता है।
छठ पूजा क्यों है खास?
छठ पर्व हिंदू धर्म का एक प्रमुख आस्था पर्व है, जिसे सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करके मनाया जाता है। माना जाता है कि इस व्रत से सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और संतान की दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। दिल्ली और एनसीआर में लाखों लोग बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए हैं, इसलिए यहाँ यह पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
विसर्जन पर रोक
दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया है कि यमुना नदी में विसर्जन की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालु केवल पूजा-अर्चना कर सकेंगे, लेकिन पर्यावरण की रक्षा और नदी की स्वच्छता बनाए रखने के लिए विसर्जन रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा – “छठ पूजा सिर्फ आस्था का पर्व नहीं, बल्कि यह प्रकृति और मानवीय भावनाओं से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। हमारी कोशिश है कि इसे स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर माहौल में मनाया जाए।”

