Site icon Newsbabaji

झंडेवालान मंदिर दिल्ली : इतिहास, विशेषताएँ और महत्व | Jhandewalan Mandir

What-is-Inside-the-Jhandewalan-Templ

New Delhi – भारत में देवी-देवताओं के अनगिनत मंदिर हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना एक विशेष इतिहास और महत्व है। राजधानी दिल्ली में स्थित झंडेवालान मंदिर उन्हीं प्राचीन और प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है, जिसे माँ वैष्णो देवी और माँ काली को समर्पित माना जाता है। यह मंदिर केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और इतिहास का जीवंत प्रतीक भी है। यहाँ प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और नवरात्र जैसे विशेष अवसरों पर लाखों लोग माता के दर्शन के लिए उमड़ पड़ते हैं।

झंडेवालान मंदिर का इतिहास

झंडेवालान मंदिर का इतिहास 18वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि इस क्षेत्र में खुदाई के दौरान देवी की प्राचीन प्रतिमा प्राप्त हुई थी, जिसे बाद में यहाँ स्थापित किया गया। इस प्रतिमा को माँ काली का स्वरूप माना जाता है और यह मंदिर के तहखाने में आज भी विराजमान है।

मंदिर का नाम “झंडेवालान” पड़ने के पीछे भी एक कथा है। कहा जाता है कि एक भक्त ने यहाँ माता के सम्मान में विशाल झंडा चढ़ाया था। उसी झंडे के कारण इस स्थान का नाम “झंडेवालान” पड़ गया और आज भी यहाँ झंडा चढ़ाने की परंपरा चलती आ रही है।

मंदिर की संरचना और स्थापत्य कला

झंडेवालान मंदिर स्थापत्य कला का एक अद्भुत उदाहरण है। लाल पत्थर और संगमरमर से निर्मित यह मंदिर देखने में अत्यंत भव्य और आकर्षक लगता है।

देवी की मूर्तियाँ और विशेष पूजा

झंडेवालान मंदिर की सबसे खास बात है यहाँ विराजमान दो स्वरूप

  1. माँ काली का स्वरूप (तहखाने में) : यहाँ माँ की मूर्ति अत्यंत प्राचीन है और इसे चमत्कारिक शक्ति का प्रतीक माना जाता है। भक्त मानते हैं कि यहाँ सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य फलदायी होती है।

  2. माँ वैष्णो देवी का स्वरूप (ऊपरी तल पर) : यहाँ माता की प्रतिमा त्रिकुटा पर्वत के साथ स्थापित है, ठीक वैसे ही जैसे कटरा (जम्मू) में वैष्णो देवी का प्रसिद्ध दरबार है।

नवरात्र, दुर्गा अष्टमी और दशहरा के अवसर पर यहाँ विशेष पूजन और विशाल आयोजन किए जाते हैं। इन दिनों मंदिर का वातावरण भक्तिमय हो जाता है और भक्त घंटों लाइन में खड़े होकर माता के दर्शन करते हैं।

धार्मिक महत्व

झंडेवालान मंदिर को दिल्ली का शक्तिपीठ कहा जाता है। यह केवल पूजा-पाठ का स्थान ही नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था और विश्वास का केंद्र है। मान्यता है कि यहाँ आने वाले श्रद्धालु यदि सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान

झंडेवालान मंदिर केवल धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाजसेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाता है।

पहुँच और दर्शन

झंडेवालान मंदिर दिल्ली के करोल बाग इलाके में स्थित है और यहाँ पहुँचना बेहद आसान है।

झंडेवालान मंदिर से जुड़ी मान्यताएँ

भक्तों का विश्वास है कि झंडेवालान मंदिर की माँ अत्यंत जाग्रत स्वरूप में विराजमान हैं। यहाँ माँ का दर्शन करने से सभी संकट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

झंडेवालान मंदिर केवल दिल्ली का एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और इतिहास का जीवंत संगम है। यहाँ की भव्यता, स्थापत्य कला और देवी की अलौकिक प्रतिमा इसे और भी विशेष बनाती है। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते हैं और माता के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।

यदि आप दिल्ली घूमने आएँ तो झंडेवालान मंदिर के दर्शन अवश्य करें। यहाँ की शांति, भक्ति और पवित्र वातावरण आपके मन को आत्मिक ऊर्जा और सुकून से भर देगा।

Exit mobile version