भारत के इतिहास में कई बड़े अपराध हुए हैं, जिन्होंने समाज, राजनीति और कानून व्यवस्था को गहराई से प्रभावित किया। यहाँ पाँच प्रमुख अपराधों का वर्णन किया गया है:
1. जलियांवाला बाग हत्याकांड (1919)
अमृतसर के जलियांवाला बाग में, 13 अप्रैल 1919 को ब्रिटिश जनरल डायर ने निर्दोष और निहत्थे लोगों पर गोलियां चलवाईं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। यह घटना भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और ब्रिटिश शासन के क्रूर चेहरे को उजागर किया।
2. महात्मा गांधी की हत्या (1948)
30 जनवरी 1948 को, नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी। यह भारत के इतिहास का सबसे गंभीर और दुखद अपराध था। गांधी जी की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया और भारत में साम्प्रदायिकता के खतरों पर गहरा प्रभाव डाला।
3. भोपाल गैस त्रासदी (1984)
भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कारखाने से 2-3 दिसंबर 1984 की रात को जहरीली गैस (मिथाइल आइसोसाइनेट) का रिसाव हुआ, जिससे हजारों लोगों की जान चली गई और लाखों लोग बीमार हो गए। यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदाओं में से एक है, और इसे एक “कॉरपोरेट क्राइम” के रूप में देखा जाता है।
4. इंदिरा गांधी की हत्या (1984)
31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई। यह हत्या ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद हुई, जिसमें भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर पर हमला किया था। इसके परिणामस्वरूप देशभर में सिख-विरोधी दंगे हुए, जिसमें हजारों सिखों की जान गई।
5. निर्भया गैंगरेप केस (2012)
दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक चलती बस में 23 वर्षीय लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला भारत के इतिहास में सबसे शर्मनाक और दर्दनाक अपराधों में से एक है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और इसके खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। इस अपराध के बाद भारत में बलात्कार कानूनों को सख्त किया गया।
ये सभी घटनाएं न केवल अपराध की गंभीरता को दर्शाती हैं, बल्कि भारतीय समाज, कानून और राजनीति पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं।