(Pushpa Chauhan)- यदि आप लंबे समय तक सेक्स से दूर रह रहे हैं और इससे चिंतित हैं, तो अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। सेक्स के दौरान होने वाली शारीरिक गतिविधि एक तरह का व्यायाम होती है। इसकी कमी से शारीरिक फिटनेस प्रभावित हो सकती है।
शारीरिक प्रभाव
- हार्मोनल बदलाव: नियमित सेक्स हार्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन) के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे मूड और ऊर्जा प्रभावित हो सकते हैं।
- प्रोस्टेट और योनि स्वास्थ्य: पुरुषों में नियमित इरेक्शन से प्रोस्टेट का स्वास्थ्य बेहतर होता है। महिलाओं में योनि का स्वास्थ्य और आंतरिक संरचनाएं स्वस्थ रहती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य
- तनाव और चिंता: सेक्स एंडोर्फिन जैसे “खुशी के हार्मोन” को रिलीज करता है, जिससे तनाव कम होता है। इसकी कमी से मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- अवसाद: शारीरिक निकटता की कमी से अवसाद और अकेलेपन की भावना बढ़ सकती है।
संबंधों पर प्रभाव
- भावनात्मक दूरी: लंबे समय तक सेक्स से दूर रहने पर पार्टनर्स के बीच भावनात्मक दूरी बढ़ सकती है।
- संवेदनाओं में कमी: शारीरिक निकटता की कमी से संबंधों में रुचि और उत्साह कम हो सकता है।
जीवनशैली में परिवर्तन
- फिटनेस पर असर: सेक्स एक प्रकार का शारीरिक व्यायाम है। इसकी कमी से सामान्य शारीरिक सक्रियता में कमी आ सकती है।